विधवा विवाह


 विधवा विवाह  

           हिन्दू धर्म के  नियमानुसार  जब किसी स्त्री के पति की स्वाभाविक या आकस्मिक मृत्यु हो जाती है तो वो स्त्री विधवा मानी जाती है अब किसी के जीवन को लेकर कोई पुख्ता प्रमाण या सबूत तो है नहीं की ये पुरुष इतने साल या महीने या दिन जियेगा ? जीवन और मृत्यु तो उस उपर वाले के हाथो में है जिसने इस संसार जगत की रचना की है अगर पति अपनी स्वाभाविक या पूर्ण उम्र पूरी करके जाता है तो किसी को भी किसी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं होती ! मगर किसी पुरुष की वक़्त से पहले किसी कारणवश या दुर्घटनावश किसी प्रकार से मृत्यु हो जाती है तो उसमे उस स्त्री का क्या दोष है ? फिर दुनिया वाले उसे हीन भावना की दृष्टि से क्यों देखते है क्यों उसे किसी प्रकार की आजादी नहीं रहती ? क्यों उसे किसी कोठरी में बंद कर दिया जाता है क्यों उस पर किसी शुभ कार्य में जाने के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाता है क्यों उस कुलटा कुलछनी जैसे आरोप उसके सर मढ़ दिए जाते है ?
         क्यों आज के मनचले युवक उन्हें गन्दी नजरो से देखने लग जाते है ?  क्यों उसे ही इन सब बातो का दोषी माना जाता है ? क्या उसका कोई अधिकार नहीं है क्या उसके जीवन का कोई मोल नहीं है ? फिर इन सब बातो से उसे प्रताड़ित किया जाता है ! और इसके विपरीत अगर किसी पुरुष की स्त्री की मृत्यु हो जाती है तो उस पर कोई बात या नियम लागु क्यों नहीं होते है क्यों उसे दूसरा विवाह करने की आजादी है क्यों उसे वापस घर संसार बसाने की अनुमति है . क्यों ? क्यों ? और क्यों ?
        जिस देश में स्त्री और पुरष को समान रूप से जीवन जीने का अधिकार दिया हुआ है शास्त्रों, पुराणों ने भी स्त्री को देवी का दर्जा दिया है  जिस देश के इतिहास ने सदैव नारी को देवी स्वरुप मानकर पूजा की है फिर उसी नारी के साथ ये अन्याय क्यों? क्या ये उचित है क्या ऐसा करके हम मानवता को लज्जित नहीं कर रहे ? हम जिस देश के वासी है जहां के वीरो के कौशल का इस दुनिया ने भी लोहा माना है तो हम आज भी इन रूढ़िवादी रीतियों और प्रथाओं को निभाने में ज़माने के साथ चल रहे है हमे जरुरत है कि हम सब मिलकर आगे आये और नारी को उसका उच्चित सम्मान दिलाये ! अतः हमें हमारे स्वाभिमान को बचाना है और हमारे पूर्वजो के इतिहास को लज्जित होने से बचाना है तो हमें आज इसी समय से समाज में छिपी हुई इस बुराई को दूर करना है और स्त्री को पुरुष के भांति समान अधिकार दिलाना है एक विधवा को नया जीवन जीने लिए एक और मौका देना है विधवा विवाह हो और जल्दी हो ऐसी मैँ अपने ईश्वर से प्रार्थना करता हु !                                               II  ॐ  II

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