समय की कीमत Time Value


                                            ||   समय    ||

आज का युग आधुनिक युग है और इस युग में आगे बढ़ने के लिए समय के साथ साथ चलना पड़ता है क्यूंकि समय के आगे चलने वाले भी, अक्सर समय से  पीछे रह जाया करते है और समय के पीछे चलने वाले तो पहले से ही समय से पीछे है समय के साथ साथ आज के हो रहे बदलावों को अपने जीवन में बदलाव करते चले क्यूंकि अगर वक़्त के साथ साथ आपने, अपने आप को नहीं बदला तो जमाना आपको बदल देगा । मनुष्य के जीवन में समय की महत्वपूर्ण भूमिका है । वह व्यक्ति जो समय के महत्व को समझता है वही इसका सही उपयोग कर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहता है । परंतु दूसरी तरफ वे लोग जो समय की महत्ता की अनदेखी करते हैं अथवा समय का दुरुपयोग करते हैं वे जीवन पर्यत असफलता ही पाते हैं ।

एक समय था जब मोबाइल कम्पनियो के नाम में नोकिआ कंपनी के मोबाइल मार्किट में सबसे आगे थे नोकिआ कंपनी के मोबाइल सबसे जायदा बिका करते थे और वो मार्किट की न. 1 सेलर थी पर उसने समय के साथ साथ अपने आप को नहीं बदला अपने प्रोडक्शन को मार्किट के अनुसार चेंज नहीं किया और वो ही पुराने मॉडल पर काम करता रहा नतीजा ये आया कि उनके परमानेंट कस्टमर ने उन्हें बदल कर मार्किट के नए ब्रांड को अपना लिया जिसके कारण सैमसंग micromax  जैसी कम्पनियो ने उसकी जगह ले ली

1 और उदाहरण तौर पर देखा जाये तो 

अम्बेसटर इंडिया कि सबसे मजबूत गाड़ियों में जानी जाती थी और आज भी अम्बेसटर के पुराने मॉडल मजबूती के मामले में सबसे आगे है और आज भी उसकी मजबूती और उसकी खाशियत कि वजह से राजनेताओ के पास अम्बेसटर कार ही है पर अब अम्बेसटर के मॉडल मार्किट में नहीं है और वो कंपनी भी बंद हो चुकी है जबकि उसकी क्वालिटी में कोई कमी ना थी बस कारन सिर्फ एक ही है कि ये लोग ज़माने और समय के बदलते स्वरुप को समझ ना सके और ना ही उसे बदल सके । सो ज़माने ने उन्हें बदल दिया ...

समय के साथ साथ उसके हो रहे हो बदलावों को अपनाते रहना चाहिए और उसे अपने जीवन में उतारते रहना चाहिए । जैसे :- जब जब मौसम बदलता है हम उसी के अनुरूप ढल जाते है और साल में कम से कम तीन बार अपनेआप को हम प्रकृति के नियमो के अनुसार बदलते है और प्रकृति के साथ बदलकर हम अपने आप को सुरक्षित कर लेते है .. जैसे सर्दियों के दिनों में ठण्ड से बचने के लिए शॉल, चद्दर, रजाई, स्वेटर, आदि को अपना लेते है और गर्मियों में हम इन सभी को उतार कर फेक देते है और गर्मी से बचने के लिए पंखे, कूलर, और ए सी , का सहारा लेते है और बारिश के दिनों में वर्षा से बचने के लिए छाते, रेनकोट, जैसो का उपयोग करने लग जाते है क्या हमने कभी सर्दियों में ए सी चलाते है ? नहीं ना । क्या हम कभी गर्मियों में स्वेटर पहनते है ? नहीं ना । क्यूंकि हमे जब जिस चीज कि जरुरत महसूस हुई हमने वो ही किया. और समय के साथ बदलकर अपने आप को सुरक्षित किया ..

सो समय के साथ चले और सबके साथ चले आज आधुनिक दौर में व्यक्ति प्रगति की राह पर इतनी तेज गति से चल रहा है कि समय को बाँधकर रखना नितांत आवश्यक है अर्थात् यह आवश्यक है कि समय रहते हम अपने कार्य को तुरंत पूर्णता प्रदान करें । ‘समय गया बात गई’ यह लोकोक्ति हमें संदेश देती है कि महत्ता समय की ही है ।समय को यदि हम और विस्तृत रूप में समझें तो कह सकते हैं कि समय ही विश्व का निर्माता और विनाशक है । यह सदैव गतिमान है । किसी विशेष व्यक्ति के लिए यह कभी नहीं रुकता है । उसकी यह शाश्वत प्रकृति इस सृष्टि के आदि से है और भविष्य में शाश्वत बनी रहेगी ।

कितने ही महापुरुष महामानव होते चले गए परंतु समय फिर भी चलता रहा वह कभी नहीं रुका । जो लोग समय के साथ चलते हैं वे जीवन में अपने पदचिहन छोड़ जाते हैं और समूचा विश्व उनका अनुकरण करता है । परंतु वे सभी लोग जो समय के महत्व को नहीं समझ सके अथवा समय के साथ न चल सके वे लुप्त हो गए ।

समय रहते कार्य न किया गया तो बात नहीं बन सकती है । इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को समय की महत्ता समझते हुए ही कार्य करना चाहिए क्योंकि जो व्यक्ति समय को महत्व नहीं देता है समय (काल) भी उसे महत्वहीन कर देता है । जीवन का यही कटु सत्य है ।

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